😔मौत पर शायरी | Maut par Shayari in Hindi

Maut par Shayari: मौत जीवन का ऐसा अटल सत्य है जिसे टालना असंभव है। यह प्रकृति का नियम है कि जो जन्म लेता है, उसे एक न एक दिन मृत्यु का सामना करना ही पड़ता है। मौत जीवन के अंत का प्रतीक नहीं, बल्कि आत्मा की अनंत यात्रा का आरंभ है। यह हमारे जीवन में एक ऐसी घटना है जो हमें समय और अपने कर्मों का मूल्य समझाती है।

मौत हमें यह सिखाती है कि जीवन क्षणभंगुर है, इसलिए इसे व्यर्थ नहीं करना चाहिए। इसे सही दिशा में और अच्छे कार्यों के साथ बिताना चाहिए। यह हमें अहंकार और भौतिक चीज़ों से ऊपर उठकर सच्चे आनंद और शांति की तलाश करने की प्रेरणा देती है।

संस्कृत में कहा गया है, “मृत्यु से बड़ा शिक्षक कोई नहीं।” मौत हमें जीवन की अस्थिरता और हमारे कर्तव्यों की याद दिलाती है। यह हमें इस बात का एहसास कराती है कि हर दिन को आखिरी दिन की तरह जिएं और अपने परिवार, मित्रों और समाज के लिए कुछ अच्छा करने की कोशिश करें। मृत्यु भले ही दुखद हो, लेकिन यह जीवन को समझने और उसे सही दिशा में जीने का माध्यम भी है।

मौत पर शायरी

मौत से पहले एक और जिंदगी चाहिए,
सांसों के साथ कुछ ताज़गी चाहिए।

जिंदगी का हर दर्द सहा, फिर भी मुस्कुराए,
मौत ने भी कहा, ‘क्या जज्बा लाए!’

मौत तो एक पल की मेहमान है,
जिंदगी की उलझनें तो हर दिन की जान हैं।

दूर है वो, जो मौत को बुलाए,
जिंदा वही है, जो हर दर्द को गले लगाए।

मौत का डर किसे, जब जी चुके हैं यूं,
हर कदम पर मौत से कर ली थी दो।

जिंदगी ने हर बार गिराया है मुझे,
पर मौत ने अब तक गले नहीं लगाया है मुझे।

मौत का क्या है, वो तो कभी भी आ सकती है,
जिंदगी को जीना चाहिए, जैसे हर दिन आखिरी हो।

कफन में लिपटे रहस्यों को जानने की चाह है,
मौत के बाद भी मेरा जीने का गवाह है।

जिंदगी से हमने मौत का सबक सीखा,
हर हार के बाद, जीत का सपना देखा।

मौत का मंजर देखा, पर हौसला न टूटा,
जिंदगी की कश्ती से तूफान भी रूठा।

मौत से क्या डरना, जब जीते जी मरे हैं,
हर सांस में दर्द लिए फिर भी खड़े हैं।

मौत से गुफ्तगू की, जिंदगी की कहानी कही,
उसने कहा, ‘मुझे वक्त आने दो अभी।’

मौत का संदेश हर कोई पढ़ नहीं सकता,
जिंदगी का गीत हर कोई गा नहीं सकता।

जिंदगी और मौत का खेल निराला है,
दोनों का अंदाज़ ही सबसे प्यारा है।

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मौत आती है तो हर दर्द मिटा देती है,
पर जिंदा रहना हर दर्द को सहना सिखा देती है।

मौत पर शायरी दर्द भरी

हर सांस के साथ याद आते हो,
हमारी ख़ुशियों को लूट जाते हो।
मौत तो बहाना बन गई है अब,
तुम्हारी कमी हर पल रुला जाती है।

मौत आई तो सीने से लगा लेंगे,
इस दर्द-भरी जिंदगी से छुटकारा पाएंगे।
पर यादें तेरी वो कैसे मिटाएंगे,
जो दिल में हर सांस के साथ छुपाएंगे।

किसी की याद में मर जाना आसान है,
पर जिंदा रहकर तड़पना मुश्किल है।
मौत से डरते हैं लोग,
हम तो उसके भी मुरीद बन गए हैं।

मौत की दहलीज़ पर खड़े हैं हम,
हर दर्द का हिसाब लिख रहे हैं हम।
जीते-जी तो कोई अपना ना हुआ,
अब मौत को ही दोस्त मान रहे हैं हम।

वो कहते थे, “हमेशा साथ देंगे”,
आज ख़ामोशियाँ साथ लेकर चल दिए।
मौत से शिकवा नहीं है हमें,
पर जुदाई का ग़म दिल में रह गया।

“मौत का इंतजार किसे नहीं होता,
हर किसी का यही आखिरी रास्ता होता।
जिंदगी चाहे जितनी भी खूबसूरत हो,
पर मौत ही इसका असली हिस्सा होता।”

“जीते जी तो कोई याद नहीं करता,
मौत आए तो सब रोते हैं।
हमें तो समझ नहीं आता,
लोग प्यार क्यों नहीं जीते जी करते हैं।”

“मौत से डरते हो तो जिंदगी जी लो,
हर घड़ी को खुशी से पी लो।
कल किसने देखा है,
आज को जी लो।”

“मौत से दोस्ती कर ली हमने,
जिंदगी से नाराज़ होकर।
अब कोई डर नहीं दिल में,
हर गम से हम आजाद होकर।”

“मौत की आगोश में जब नींद आएगी,
जिंदगी का हर दर्द भूल जाएगा।
जो रोते हैं मेरे लिए आज,
वो भी धीरे-धीरे मुस्कुराएगा।”

“मौत भी क्या चीज है अजीब,
कभी सुकून, कभी दर्द बनकर आती है।
जिंदगी का हर सवाल सुलझाने,
एक आखिरी जवाब बनकर आती है।”

“मौत से शिकवा करें तो किस बात का,
वो भी तो अपना फ़र्ज़ निभाती है।
बस एक ग़म है, कि जिंदगी हमें,
हर बार अधूरी छोड़ जाती है।”

अचानक मौत पर शायरी

“ज़िंदगी की किताब का पता नहीं,
कब आख़िरी सफ़ा पलट जाए।
खुशियाँ बटोर लो हर लम्हे की,
किसी दिन ये मौका छिन जाए।”

“अचानक चली वो हवा कैसी,
ज़िंदगी ले गई एक साथ।
ना अलविदा कह सके,
ना मिला कोई आख़िरी साथ।”

“मौत भी ऐसी बेवफ़ाई कर गई,
सपनों को अधूरा छोड़ गई।
हँसी-खुशी का माहौल था,
अचानक ये वीरानी दे गई।”

“किसी ने सोचा ना था ये सफर,
इतना छोटा होगा।
पल में सब कुछ बदल गया,
दिल अब खामोश और रोता होगा।”

“आख़िरी लम्हों का ना हुआ एहसास,
बस यादों में रह गए वो पास।
मौत आई तो कोई बुलावा नहीं,
पर हर दिल को दे गई झकझोर कर विश्वास।”

“रिश्तों को संभाल लो, वक्त भी साथ नहीं देता।
मौत आती है अचानक, और कुछ कहने का मौका नहीं देता।”

“अचानक मौत ने दस्तक दी,
हर चेहरा आँसुओं से भीग गया।
ज़िंदगी का क्या भरोसा,
हर पल को जीने का सीख गया।”

“कितना खाली लगता है हर कोना,
जब कोई अपना दूर चला जाए।
मौत यूँ अचानक आकर,
सारे रिश्ते अधूरे कर जाए।”

“मौत का एक पल था,
जिसने सब कुछ बदल दिया।
जो कल हंस रहे थे साथ,
वो आज खामोशी में ढल गया।”

आँखों में ख्वाब थे,
दिल में कई अरमान थे।
अचानक मौत आई,
और सब सुनसान थे।”

“खुदा से क्यों पूछें हम सवाल,
जब मौत ले जाए बिना ख्याल।
सब कुछ अधूरा छोड़ जाती है,
पर हर दिल को सबक सिखाती है।”

“मौत के आगे किसी का बस नहीं चलता,
जितना मिले वक्त, उसी में सब कुछ सिमटता।
अचानक आए तो दर्द देती है,
पर ज़िंदगी का असली मतलब समझाती है।”

मेरी मौत पर शायरी

मेरा नाम लेके कभी आह न भरना,
मेरी यादों से खुद को न डरना।
मेरी कबर पे आँसू बहाने की जरूरत नहीं,
मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ, ये समझना।

मुझे दफनाकर फूल न चढ़ाना,
मेरी मोहब्बत को यूँ न आज़माना।
सच है कि जिस्म मिट्टी में समा जाएगा,
पर रूह तो बस तुम्हें ही चाहेगी सदा।

मेरी मौत की खबर जब तुम सुनोगे,
शायद तुम्हारे भी आँसू निकल आएंगे।
पर ये आंसू मेरे लिए बहाना मत,
मेरे जाने को कोई गम समझना मत।

ज़िंदगी भर जो ग़म छुपा कर रखा,
मौत ने उसे बेपर्दा कर दिया।
अब कोई शिकवा नहीं, कोई खता नहीं,
बस खालीपन ने सब बयान कर दिया।

मैं जब ना रहूं तो याद करना,
उन लम्हों को जिनमें हम साथ थे।
मौत तो बस एक सफर है,
जहां से मैं तुम्हें देखता रहूंगा।

तुम्हारी आंखों में आंसू न देख सकूं,
इसलिए मौत से दूर भागता हूं।
पर जब वो आएगी, तो इसे गले लगा लूंगा,
तुम्हारे लिए हर दर्द सहूंगा।

जिंदगी से ज्यादा मेरी मौत खास होगी,
जब मेरे जाने के बाद तुम्हारी तलाश होगी।
मुझे याद करोगे, तो सुकून पाओगे,
हर खुशी में मुझे पास ही पाओगे।

मेरी कब्र पर आकर न रोना,
जो किस्सा अधूरा था, उसे पूरा कर लेना।
मैं गया हूं, पर कहीं खोया नहीं,
तुम्हारी यादों में जिंदा रहूंगा यहीं।

मेरे जाने के बाद न जी को दुखाना,
सिर्फ मेरे हंसते लम्हे को याद कर जाना।
जो सपने अधूरे रहे, उन्हें सच कर देना,
यही तो मेरी रूह का सुकून होगा।

मुझे याद करके न आहें भरना,
मेरी मोहब्बत को खुद में महसूस करना।
जो रिश्ता हमारा अधूरा रह गया,
उसकी खुशबू से अपने जीवन को महकाना।

मौत मेरी बस एक राहत होगी,
इस दर्द-भरी दुनिया से राहत होगी।
तुम मुस्कुराना मेरी याद में,
यही तो मेरी आखिरी चाहत होगी।

मैं जब चला जाऊं, तो रुखसत कह देना,
हर अधूरी बात को मुकम्मल कर देना।
मौत तो आती है हर किसी के लिए,
पर मेरा जाना तुम्हारे लिए सुकून का सबब बन देना।

भाई की मौत पर शायरी | Maut par Shayari

“जब भी तेरा नाम लूं, आंखें नम हो जाती हैं,
भाई, तेरी यादें हर पल दिल को तड़पाती हैं।”

“रिश्तों की दौलत थी, अब वो भी चली गई,
भाई के बिना मेरी दुनिया अधूरी सी हो गई।”

“दिल तो अब भी तुझसे बातें करता है,
पर अफसोस, तू सुनने को अब नहीं रहता है।”

“तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी है भाई,
तेरी हर याद अब मेरी मजबूरी है भाई।”

“तुझसे जुड़ी हर चीज़ अब भी दिल में बसती है,
भाई, तेरी कमी हर घड़ी महसूस होती है।”

“भाई तेरे बिना अब घर वीरान लगता है,
तेरी यादों का ही अब सहारा बनता है।”

तेरे जाने से मेरी हंसी खो गई है,
भाई, जिंदगी की खुशी कहीं सो गई है।”

“तू चला गया, पर तेरी यादें साथ हैं,
भाई, मेरी सांसों में बस तेरा ही नाम है।”

“खुशियों की दुनियां में अब दर्द का साया है,
भाई, तेरे बिना हर लम्हा तन्हा सा लगता है।”

“तेरी मुस्कान से रोशन था मेरा जहां,
अब अंधेरों से भरा है हर कोना यहां।”

“भाई, तुझसे बिछड़कर दिल टूट सा गया है,
अब ये दुनिया मुझसे रूठ सा गया है।”

“तेरी यादों के सहारे जी रहा हूं मैं,
भाई, हर दुआ में तुझे ही मांग रहा हूं मैं।”


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